शनिवार, 10 दिसंबर 2016

नोटबंदी

एक काला धन धारक अपना इकलौता 5 सौ का नोट लेकर डाकघर पहुंचा।
पोस्ट ऑफिस के कैशियर ने सौ के पांच नोट की बजाय गंगाजल के पांच बॉटल बढ़ा दिए।
शख्स हैरान रह गया। उसने ठण्ड में माथे का पसीना पोंछते हुए आधार कार्ड की फोटोकॉपी बढ़ा दी।
कैशियर ने शख्स को देखा। शख्स ने कैशियर को।
पांच सौ का नोट फड़फड़ाया।
कैशियर सब कुछ समझ चुका था। आधार कार्ड की फोटोकॉपी उसके सामने थी।
"माफ़ कीजिये असग़र साहब!" उसने पांच सौ का नोट और परिचय प्रमाण सरका दिया।
दिन के पांच बज रहे थे। कैश खत्म की तख़्ती लग चुकी थी।

शशिभूषण

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