शुक्रवार, 17 जनवरी 2020

मोहम्मद गांधी

गांधी जी ने कहा था ?
मेरी हत्या करने के बाद
कुछ लोग कहें- हत्यारा देशभक्त है
दूसरे लोग कहें- हम सुनते गांधी की
गांधी जी ने ही कहा था ?
जो बात तुम्हारे मन की हो
उसे बोलना गांधी ने कहा था
जो मार्ग तुम्हारे दल का हो
उसे कहना गांधी ने बनाया था !

माना सीधे सरल थे गांधी जी
उनमें कपट नहीं था जरा सा
सब उनको अपना सकते हैं
ऐसा उनके हत्यारे भी मानते हैं
जो उन्हें मोहम्मद गांधी कहते थे
मगर क्या इतने भोले थे गांधी जी ?
कि हत्यारे पक्ष से ही कह गए सब !
मर्म समझा गए हिन्दू राष्ट्रवादियों को ही ?

आज लगता है
ठीक कह गए गांधी जी
देश तुम्हारा है
मेरा धर्म अडिग
मुझे मारना चाहते हो
तुम्हारी इच्छा
मार डालो
मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा।

गांधी जी ने दरअसल कहा था
अपने मुँह मरना मरते रहना
मेरी हत्या करने के बाद
खुद मरना बार बार
मेरे पीछे अपनी करनी पर
मेरा क्या है ?
मैंने जो किया जो कहा
उसे भारत का दिल जानता है
मेरा जीवन ही मेरा संदेश है
तब भी था आगे भी रहेगा।

- शशिभूषण

मंगलवार, 14 जनवरी 2020

हमारी सभ्यता

झूठ विद्या है

जिसमें नहीं विद्या
वह दीन निर्बल वध्य

विद्या हो जिसमें
हार जीत उसकी विद्या

ईश्वर विद्या है
धर्म  विद्या
राम हिंदू की विद्या
अल्लाह मुसलमान की
नरक उस ब्राह्मण की विद्या है
जो अपने लिए कमाता है सवर्ग

दमन राज्य की विद्या
आतंकवाद सत्ताकामी की

धन पद प्रभुता
देश शासन राजभवन विद्या हैं
विधान न्याय दंड भक्ति द्रोह कारागार
जय पराजय और बहुमत विद्या

संस्कार विद्या सम्मान विद्या
सौर से शमशान तक सर्वत्र विद्या

विद्या झूठ है
भ्रम मुक्ति का
यथार्थ है मनुष्यता।

- शशिभूषण