शुक्रवार, 17 जून 2016

इति सिद्धम्!



तुमने इसे मां की गाली क्यों दी?
मैंने किसी को माँ की गाली नहीं दी
तुमने दी
मैंने नहीं दी
तुम माँ की गाली देते हो
मैं कोई गाली नहीं देता
साला, गाली नहीं?
होगी, मैं यों ही बोल जाता हूँ
साला, गाली है
हमारे बीच आम है
मां की गाली भी आम है
होगी किसी के लिए
तुमने माँ की गाली दी थी
मैं गाली नहीं देता
तुमने दी गाली
मादर...मान लो दी ही तो..
हा हा..यही तो कहा तुमने गाली दी थी
दी तो नहीं थी पर अब देता हूँ क्या कर लोगे?
हो हो.. तुम मां की गाली देते हो
साले, मैं गाली देता हूँ तो दुखी हो सकते हो, थप्पड़ मार सकते थे। हो हो की क्या बात है?
तुम मां की गाली देते हो मुझे यही साबित करना था
मज़बूर करके साबित कर देना नीचता है
मज़बूर हो जाना बड़ी नीचता है
कैसे?
जाने दो लोड मत लेना
क्यों न लूँ लोड?
मैं भी मां की गाली देता हूँ यार...
.....
बुरा मत मानना
.....

-शशिभूषण

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