हमारी आवाज़

"सबसे शुद्ध पल हैं भय रहित पल / निर्भय स्वास्थ्य है / जो भय लाता है उससे निर्भय मिलें / भयभीत से करें प्रेम निर्बल के लिये बोलें / भय राज नरक है." -शशिभूषण

शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024

विश्वकल्याण के नाम पर वर्चस्व

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ब्रम्हांड में अनुमानतः सौ अरब आकाशगंगा हैं। एक आकाशगंगा में अनुमानतः सौ अरब तारे हैं। हमारी आकाशगंगा का नाम मिल्की वे है। मिल्की वे गैलेक्सी...
मंगलवार, 8 अगस्त 2023

साम्राज्यवाद विरोधी प्रगतिशील राष्ट्रवाद का प्रसार ज़रूरी : विनीत तिवारी

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भारतीयता राष्ट्रवाद और साहित्य : परिसंवाद देवास, 6 अगस्त 2023 'हिरोशिमा दिवस' के उपलक्ष्य में प्रगतिशील लेखक संघ की देवास इकाई द्वा...
सोमवार, 22 मई 2023

पवित्रता का विकास दूषण

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रविवार, 21 मई को फिर से रामघाट में क्षिप्रा के पवित्र नर्मदा जल में उज्जैन शहर के नालों का सबसे गंदा काला ज़हरीला बदबूदार पानी मिल गया। उज्जै...
शनिवार, 13 मई 2023

कुमार अम्बुज से अनौपचारिक संवाद

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नयेपन की रचनात्मकता ही मौलिकता है   क्लब फ़नकार आर्ट गैलरी, उज्जैन में म.प्र. प्रलेसं, उज्जैन की ओर से 'बातचीत और रचना पाठ' अंतर्गत स...
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रविवार, 23 अप्रैल 2023

‘मेरा दाग़िस्तान’ अमरता-सार ही है

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मुझे याद है कि कैसे अध्यापक को मारने के लिए चलायी गयी गोली स्कूल की दीवार पर लटकने वाले नक़्शे पर जा लगी थी और कैसे इस संबंध में पिताजी ने य...
रविवार, 27 नवंबर 2022

दलित-सवर्ण लेखक रहस्य

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जब दलित विमर्श चलाया गया तो कहा गया- जो लेखन दलित करे वह दलित लेखन। दलितों के बारे में लेखन को ही दलित लेखन नहीं कहा जायेगा। परिणामस्वरूप दल...
रविवार, 25 सितंबर 2022

बैर कराता राष्ट्रवाद मेल कराती पाठशाला

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किसी विद्यालय को चार, “प”- प्रार्थना सभा, पढ़ाई, परीक्षा, पुस्तकालय और खेल का मैदान तथा सभागार श्रेष्ठ बनाते हैं। इनमें से किसी की भी अनुपस्...
सोमवार, 4 अक्टूबर 2021

भारतीय मीडिया फ़ासीवादी प्रचारतंत्र ही है

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वर्तमान भारतीय मीडिया का लक्ष्य जनता को जन-संहार का मूकदर्शक बनाना है। भारत में मीडिया और सोशल मीडिया पिछले कुछ सालों से धर्मनिरपेक्षता, लोक...
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शुक्रवार, 6 अगस्त 2021

पहले भाषा बाद में ज्ञान इंसान है तो देश महान

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अगर आप चाहते हैं कि बच्चों की भाषा अच्छी रहे, वे शब्दों का मतलब समझें, सोचा हुआ बोल सकें, सोचा-बोला लिख सकें, सही-सही पढ़ सकें, भाषा द्वारा ब...
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रविवार, 25 जुलाई 2021

मैं डिकास्ट तुम ब्राह्मण की चर्चा कुचर्चा

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आलोचक अंकित नरवाल की एक स्पष्टीकरण पोस्ट से शुरू हुई शशिभूषण-जितेंद्र विसारिया की टिप्पणी-प्रति टिप्पणी जो बढ़ते-बढ़ते पोस्टबाज़ी तक फैल गयी।...
बुधवार, 23 जून 2021

उज्जैन की सड़क पर तैराकी

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मैंने नंग-धड़ंग लड़के-लड़कियों को पक्की सड़क पर तैरते देखा उज्जैन में वर्षा ऋतु की पहली भारी बरसात थी शहर के बीचोबीच रेलवे स्टेशन के सामने वाली ...
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गुरुवार, 10 जून 2021

सारस्वत प्रार्थना

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फिर ईश्वर ने शशिभूषण से ऐसी सारस्वत प्रार्थना लिखने को कहा जिसमें धर्मग्रंथों का सार हो। शशिभूषण ने वैसी सारस्वत प्रार्थना लिखकर ईश्वर को सौ...
बुधवार, 9 जून 2021

डरो, डर पर जीत की प्रखर कविता

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विष्णु खरे की एक कविता है, ‘डरो’। सेतु प्रकाशन, नयी दिल्ली द्वारा प्रकाशित विष्णु खरे की संपूर्ण कविताओं में इस कविता के शीर्षक के नीचे 12 ज...
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