tag:blogger.com,1999:blog-2045573955105854407.post2596759613789121533..comments2023-09-24T21:35:51.274+05:30Comments on हमारी आवाज़: क्या एमएफ़ हुसैन बहादुरशाह जफ़र से ज़्यादा बदनसीब हैं?शशिभूषणhttp://www.blogger.com/profile/15611262078016168965noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-2045573955105854407.post-4789344166311064672010-02-28T00:45:44.604+05:302010-02-28T00:45:44.604+05:30मैं भी बहुत खुश हूँ कि यह भारत से चला गया | अब यह ...मैं भी बहुत खुश हूँ कि यह भारत से चला गया | अब यह मुहम्मद साहब के ऊपर एक लाइन तक खींच के दिखाए??Sachihttps://www.blogger.com/profile/04099227991727297022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2045573955105854407.post-71391912041815475932010-02-27T23:04:14.326+05:302010-02-27T23:04:14.326+05:30यह लम्पट बुढ़ऊ भारत आकर इस पवित्र भूमि को अपवित्र न...यह लम्पट बुढ़ऊ भारत आकर इस पवित्र भूमि को अपवित्र ना करें तो ही अच्छा है |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2045573955105854407.post-57037133419178759662010-02-27T11:42:52.434+05:302010-02-27T11:42:52.434+05:30मुझे भी निजी तौर पर इसलिये प्रसन्नता है कि बुढ़ऊ इस...मुझे भी निजी तौर पर इसलिये प्रसन्नता है कि बुढ़ऊ इस देश में वापस आते तो खामखा पुलिस पर काम का बोझ और बढ़ाते…। मीडिया द्वारा चने के झाड़ पर चढ़ाये गये "कथित महान कलाकार"(?) वहीं जा पहुँचे जहाँ से आजीवन वैचारिक करीबी पाते रहे… :)Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2045573955105854407.post-80945337912540361292010-02-27T10:32:03.213+05:302010-02-27T10:32:03.213+05:30हाँ जी आपकी बात सही है!हाँ जी आपकी बात सही है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2045573955105854407.post-18989040957567238612010-02-27T09:19:34.885+05:302010-02-27T09:19:34.885+05:30बहादुर शाह निश्चित बदनसीब थे लेकिन हमें गर्व है उन...बहादुर शाह निश्चित बदनसीब थे लेकिन हमें गर्व है उन पर। <br /><br />हुसैन जैसा ठरकी केवल "तथा-कथित" कलावादियों और "तथाकथित" बुद्धिजीवियों के लिये "वैचारिक बकवास" का मुद्दा है। दोगलेपन की इन संतानों के भाषण को दूर से नमस्कार करते हुए हुसैन से यह भी कहना चाहूँगा कि मुझे निजी तौर पर प्रसन्नता है कि अब कम से कम तुम जैसा विक्षित भारतीय तो नहीं कहलायेगा।राजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2045573955105854407.post-2012993283650040172010-02-27T09:13:47.151+05:302010-02-27T09:13:47.151+05:30आप और आपके परिवार को होली की शुभकामनाएँ...niceआप और आपके परिवार को होली की शुभकामनाएँ...niceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2045573955105854407.post-80004585416290038382010-02-27T09:08:01.661+05:302010-02-27T09:08:01.661+05:30मूंग दल गया, बस ! अगर मुझे सामने मिल जाए तो पहले ...मूंग दल गया, बस ! अगर मुझे सामने मिल जाए तो पहले बुढाऊ के थोबड़े पर एक थप्पड़ जमाऊंगा और फिर पूछुंगा कि अगर इतना ही निष्पक्ष महान कलाकार था तो पैगम्बर मुहमद का भी वैसा ही चित्र बनाया होता जैसा उस धर्म के देवी देवताओं का बनाया जिसकी छत्र छाया में ९०-९५ साल ऐश किये , उसे यहाँ तक पहुँचने में मदद की !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com