शनिवार, 30 मई 2015

एम गायत्री ने बिना ट्यूशन सीबीएसई AISSCE 2015 में टॉप किया



इस बार सीबीएसई 12 वीं का पास प्रतिशत 82 है। पिछले साल 82.7 प्रतिशत था।

इस कमी का सीधा कारण जो मेरी समझ में आता है वह यह कि इस साल सीबीएसई बोर्ड ने हर परीक्षा केन्द्र पर पर्यवेक्षक भेजे। 3 घंटे के पर्यवेक्षक।

यह इतनी मुस्तैदी से हुआ कि दूरदराज स्थित जिन विद्यालयों में बिजली पानी नहीं पहुँच पाता वहां पर्यवेक्षक पहुंचे। मैं इस बात के लिये बोर्ड को बधाई देता हूँ।


मेरी राय में सीबीएसई बोर्ड, परीक्षाओं में और ध्यान देकर थोड़ी घटत के साथ भी ईमानदार पालकों, शिक्षकों और शैक्षिक मनुष्यों, नागरिकों का दिल जीत सकता है।

मैं उन शिक्षकों का कभी सगा न हो पाया जिनके ट्यूशन के बच्चे सब पास हो जाते हैं लेकिन विद्यालयों के सब पास नहीं हो पाते। बीमे और बैंक लोन की ई एम आई के लिए भी ट्यूशन पढ़ाना सही नहीं। जो शिक्षक साथी परीक्षा हॉल में घुसकर किताबों के साथ ब्लैक बोर्ड पर नक़ल करा देते हैं उनके लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं। मुझे इन शिक्षकों से शहर के गुंडों से ज़्यादा डर लगता है। मेरे मित्र मज़ाक करते हैं तुम्हारी यदि कभी पिटाई हुई तो मार्च के महीने में इन्हीं गुरुओं के हाथों संपन्न होगी।

पूरे भारत की टॉपर एम गायत्री को इस बात के लिए विशेष बधाई कि वे ट्यूशन पढ़ने नहीं गयीं। सारा श्रेय अपने शिक्षको को देनेवाली यह छात्रा न केवल गर्व के लायक है बल्कि इस वक्त में बड़ी खुशनसीब है।

मैं उम्मीद करता हूँ कि सीबीएसई बोर्ड और सख्ती एवं तत्परता के साथ अगले साल थोड़े कम पर्सेंट के साथ ही अधिक विश्वसनीयता हासिल करेगा।

मेरी राय में सीबीएसई के प्रति थोड़े अधिक भरोसे और सम्मान का साल है यह। मुझ जैसों के विचार से जब तक नक़ल होती है किसी इम्तहान में किसी मेरिट का कोई अर्थ नहीं।

जिन विद्यालयों में ख़राब परीक्षा परिणाम आया है उनके अफसर उम्मीद है ठोस रणनीति बनाएंगे। चाहे जो कीजिए मगर रिजल्ट बढ़िया दीजिए की नीति हानिकारक एवं आपराधिक होती है। शिक्षकों को नक़ल कराने के लिए विवश कर देना हत्याएं करवाने के सामान है।

एम गायत्री की सफलता के बहुत मायने हैं। भारत में जो जानेगा अपने अपने विवेक से खुश होगा। खुश होना भी चाहिए।

उन सब मित्रों को बधाई जिनके घर अच्छे परीक्षा परिणाम आये हैं।

बी अर्जुन, केवि पट्टम, तिरुअनंतपुरम (द्वितीय स्थान) को विशेष बधाई। केन्द्रीय विद्यालय संगठन का परीक्षा परिणाम पिछले वर्षों से कम आया है इस सच के साथ बी अर्जुन का योगदान उम्मीद और गर्व के लायक है।

अपने विद्यार्थी तो हर हाल में अपने हैं। उनकी हर बात में हम पूरे साथ हैं।

शुक्रवार, 29 मई 2015

जानें, चुनें और हक से मांगें



सीबीएसई के AISSE 2015 का परिणाम आ चुका है। अच्छा प्रदर्शन करनेवाले विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई और सभी विद्यार्थियों को हार्दिक शुभकामनाएँ। समय आ चुका है कल से ही विषय चुनाव के दिन शुरू हो रहे हैं। 11वीं में प्रवेश हेतु केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा विषयों का समूह खुला और पूर्वाग्रह रहित है। विशिष्ट इस अर्थ में है कि कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय में विषयों का समुच्चय किसी प्रकार के निषेध से नहीं बनाया गया है। जानकारी के अभाव में और विद्यालयों की सुविधा के फेर में अभिभावक और विद्यार्थी अपने मनपसंद संकाय के साथ विषयों का उपयुक्त समुच्चय नहीं चुन पाते। नतीजे में वे किसी अनचाहे विषय को स्कूल एजुकेशन के अपने आखिरी दो साल में केवल घसीटते हैं। यदि अभिभावक और विद्यार्थी चाहें तो नीचे दी गयी जानकारी से लाभ उठा सकते हैं। याद रखिए विषयो के लिए अध्यापक और आवश्यक इंतज़ाम विद्यालय की ज़िम्मेदारी है। संकोच में आप समझौता न करें।


गौर करेंगें तो हिंदी के चुनाव के संबंध में भी बहुत से भ्रमों और ग़लत मोटीवेशन से बच सकेंगे। नीचे दी जा रही सूचना केन्द्रीय विद्यालयों के लिए है लेकिन यह सीबीएसई की गाइडलाईन है इसलिए सभी सीबीएसई पाठ्यक्रमों वाले विद्यालयों के विद्यार्थी लाभ उठा सकते हैं। अभिभावकों और 11वीं में प्रवेश ले रहे सभी विद्यार्थियों से मेरा अनुरोध है कि विषयों को जानें, चुनें और हक से मांगें।


Article 108. SCHEME OF STUDIES :


Kendriya Vidyalayas being composite co‐educational schools having classes form I to XII, the subjects taught at various levels shall be as given below:


E Classes XI and XII


I. Science Group : 
Compulsory: Core Language ( English or Hindi or Sanskrit), SUPW, General Studies. Elective : Any four of the following : (i) Physics (ii) Chemistry (ii) Biology (iv) Mathematics (v) Information Practices (vi) Computer Science (vii) Multimedia & Web Technology (viii) Economics (iv) Language other than that offered as Compulsory Core language. (x) Biotechnology


II. Commerce Group : 
Compulsory : Core Language ( Sanskrit or English or Hindi) SUPW , General Studies Elective : Any four of the following: (i)Accountancy (ii) Business Studies (iii) Economics (iv ) Mathematics (v) Geography (vi) Informatics Practices (vii) Computer Science (viii) Multimedia & Web Technology (ix) language other than that offered as compulsory core language.


III. Humanities Group : 
Compulsory : Core Language ( Sanskrit or Hindi or English), SUPW , General Studies Elective : Any four of the following (i)History (ii) Geography (iii) Economics (iv) Mathematics (v) Language other than that offered as compulsory core language and (vi) Multimedia & Web Technology (vii) informatics Practices.(viii) Political Sciences (ix)Sociology and (x)Psychology.


Note : Students may offer any subject as prescribed by the CBSE provided 15 or more students opt for the same. However, a student can also opt for any other subject (s) other than the above, even if the number of students is less than 15, provided he/ she makes his/ her own arrangement for study. This applies for both compulsory and elective subjects.


उपर के तीनों संकाय में यह विकल्प "Language other than that offered as Compulsory Core language."(iv-Science Group, ix- Commerce Group, v-Humanities Group) महत्वपूर्ण है। यह विकल्प हिंदी और अंग्रेज़ी दोनो पढ़ने की सुविधा देता है।


इसी प्रकार Information Practices और Computer Sciences दोनों विषयों की विद्यालय में उपलब्धता विद्यार्थियों केे लिए वरदान साबित हो सकती है।