रविवार, 7 मार्च 2010

कोख

दो पुरुष मिलकर चलाएँगे
गृहस्थी की गाड़ी
अधिक क्षमता वाला कमाकर लाएगा
दूसरा चूल्हा-चौका चलाएगा
पुरुष परस्पर रक्षा का वचन देंगे
रक्षा-बंधन पर
जतन से रखे जाएँगे स्त्री के जीवाष्म
पुरातत्व विभागों में
सहेजकर टाँगी जाएँगी उसकी तस्वीरें
दुनिया भर के संग्रहालयों में
पुरुष वैज्ञानिक खोज ही निकालेंगे
पुरुषों के गर्भाधान के तरीके
पुरुषों से पुरुष पैदा होंगे
पर तब उचित न होगा
पुरुषों को पुरुष कहना
यह नयी मानव जाति होगी
रक्त-दूध-वीर्य के मिश्रणवाली
अभी कोख में दुबकी बिटिया की
सिसकी सुनने का वक्त नहीं है.
-कविता जड़िया

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